कांग्रेस नेता राहुल गांधी ने प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी को पत्र लिखकर पश्चिम बंगाल में मनरेगा श्रमिकों की दयनीय स्थिति को उठाया है। उन्होंने केंद्र सरकार से राज्य को लंबित वेतन भुगतान के लिए धन जारी करने का आग्रह किया है।
अपने पत्र में राहुल गांधी ने बताया कि भारत जोड़ो यात्रा के दौरान पश्चिम बंगाल खेत मजदूर समिति के मनरेगा श्रमिकों ने उनसे मुलाकात कर अपनी समस्याओं से अवगत कराया था। उन्होंने कहा कि मार्च 2022 से केंद्र सरकार द्वारा धनराशि रोके जाने के कारण लाखों मजदूरों को काम और मजदूरी नहीं मिल पा रही है। साथ ही, 2021 में किए गए काम का भुगतान भी कई श्रमिकों को नहीं मिला है। उन्होंने यह भी बताया कि मनरेगा में काम पाने वाले परिवारों की संख्या में भारी गिरावट आई है, जो 2021-22 में 75 लाख से घटकर 2023-24 में 8,000 से कम रह गई है।
राहुल गांधी ने पत्र में लिखा है कि मनरेगा ग्रामीण समुदायों के लिए संकट के समय एकमात्र सहारा है। उन्होंने केंद्र सरकार से आग्रह किया है कि वह लंबित वेतन का भुगतान करने और काम की मांग को पूरा करने के लिए धन जारी करे। उन्होंने कहा कि राजनीतिक मतभेदों से ऊपर उठकर सामाजिक, राजनीतिक और आर्थिक न्याय सुनिश्चित करना हमारा कर्तव्य है।