असम पुलिस ने कांग्रेस नेता राहुल गांधी की भारत जोड़ो न्याय यात्रा के खिलाफ एफआईआर दर्ज की है. आरोप है कि यात्रा ने जिला प्रशासन के मानदंडों और सड़क सुरक्षा मानदंडों का उल्लंघन किया, जिससे इलाके में अराजक स्थिति पैदा हुई.
पुलिस अधिकारी ने स्वत: संज्ञान लेते हुए यह एफआईआर दर्ज की गई और कहा कि रूट में बदलाव की वजह से स्थानीय असमीजनों के बीच अराजक स्थिति पैदा हो गई. यात्रा के मुख्य आयोजकों पर भी आरोप है कि उन्होंने व्यवस्था के मानदंडों का पालन नहीं किया.
इस विवाद पर कांग्रेस ने हिमंत सरमा सरकार पर निशाना साधा है, जबकि विपक्ष के नेता ने इसे एक अनावश्यक बाधाओं की चाल बताया है.
राहुल गांधी ने असम यात्रा के दौरान सोशल मीडिया पर लिखा, “असम पहुंच कर उतना ही प्यार मिला जितना मणिपुर और नगालैंड के लोगों से मिला था। हमारी इस यात्रा का लक्ष्य आपकी पीड़ा, आपके मुद्दों और आपके साथ हो रहे भयंकर अन्याय को करीब से समझना है। असम सरकार को बीजेपी की नफरत की खाद से उगाई गई भ्रष्टाचार की फसल कहा गया है। असम के मुख्यमंत्री को हिंदुस्तान का सबसे भ्रष्ट मुख्यमंत्री बताया गया है, जिसका केवल काम है जनता का पैसा नफरत की आड़ में लूटना। पैसों की ताकत असम के लोगों की शक्ति को कभी हरा नहीं सकती। हमें इस अन्याय के खिलाफ लड़कर एक ऐसे असम की दिशा में काम करना है जहां हर हाथ में रोजगार हो और प्राकृतिक सौंदर्य और सांस्कृतिक विविधता हमेशा संरक्षित रहे।”