मालदीव-भारत संघर्ष : मोहम्मद मुइज्जू के तेवर और भारत के खिलाफ दृढ़ रुख का इज़हार
मालदीव राष्ट्रपति मोहम्मद मुइज्जू के नेतृत्व में भारत-मालदीव संबंधों में तनाव बढ़ता जा रहा है। उनकी ताजगी से भरी बातों में, मुइज्जू ने फिर से मालदीव में स्थित भारतीय सेना को हटाने की मांग की है, जिसे एक अल्टीमेटम के रूप में तर्जीह दी गई है। इसके पीछे चीन के साथ उनके संबंध और कर्ज की स्थिति भी एक महत्वपूर्ण कारण हो सकती हैं।
मुइज्जू ने दोबारा दिखाए तेवर, भारतीय सेना को हटाने की बात की

मालदीव-भारत संबंधों में तनाव बढ़ रहा है, जब राष्ट्रपति मोहम्मद मुइज्जू ने भारतीय सेना को मालदीव से हटाने के लिए 15 मार्च तक का समय दिया है।
मालदीव-चीन संबंध और विवाद
मुइज्जू को हमेशा से चीन का समर्थक माना जाता है, और इसके बाद उनके चुनाव के बाद से ही भारत-मालदीव रिश्तों में तनाव बढ़ा है। चीन के कर्ज में दबा हुआ मालदीव चाहता है कि चीन उनकी आर्थिक स्थिति में राहत करें, लेकिन यह विवाद भारत के साथ तनाव को बढ़ा रहा है।
चीन से लौटने के बाद मुइज्जू ने भारत का नाम लिए बिना इंडियन सेना को हटाने के लिए अचानक की यह मांग, जिससे दोनों देशों के बीच नए संघर्ष का आगाज हो रहा है।
समाप्ति
इस विवाद की समाप्ति के लिए समय के साथ ही बातचीत और समझदारी की आवश्यकता है, ताकि क्षेत्र में स्थिति सुधर सके और दोनों देशों के बीच सामंजस्य बना रह सके।