बद्दी में परफ्यूम फैक्ट्री में लगी आग: 32 घंटे बाद भी सुलग रही, 5 की मौत, 4 लापता
बद्दी: औद्योगिक क्षेत्र बद्दी के झाड़माजरी में हिलटॉप स्थित परफ्यूम बनाने वाली फैक्टरी में 2 फरवरी को लगी आग 32 घंटे बाद भी सुलग रही है। इस भीषण अग्निकांड में 30 कामगार घायल हुए हैं, जिनमें से 5 की मौत हो चुकी है। 4 कर्मचारी अभी भी लापता हैं।
हिमाचल प्रदेश के औद्योगिक क्षेत्र बद्दी में हिलटॉप स्थित परफ्यूम बनाने वाली फैक्टरी में 2 फरवरी को लगी आग 32 घंटे बाद भी सुलग रही है।
आग लगने की घटना के दूसरे दिन शनिवार को चार महिला कामगारों के पूरी तरह जल चुके शव निकाले गए।
पांच अन्य लोगों को सही सलामत निकाल लिया गया, जबकि चार अभी भी लापता हैं, जिनकी तलाश जारी है।

पुलिस ने एनआर अरोमा के प्लांट हेड चंद्र शेखर को शुक्रवार देर रात गिरफ्तार कर लिया था, जबकि फैक्टरी का मालिक निलेश पटेल फरार हो गया है।
मालिक और प्लांट हेड दोनों मध्य प्रदेश के रतलाम के रहने वाले हैं।
प्लांट हेड को पुलिस ने शनिवार को नालागढ़ अदालत में पेश किया, जहां से उसे चार दिन की पुलिस रिमांड पर भेजा गया है।
हिमाचल प्रदेश के बद्दी में हिलटॉप स्थित परफ्यूम बनाने वाली फैक्टरी में लगी आग में चार महिलाओं की मौत हो चुकी है, जबकि चार कर्मचारी अभी भी लापता हैं।
राष्ट्रीय आपदा प्रतिक्रिया बल (एनडीआरएफ) की टीम इमारत के अंदर नहीं जा पाई है। वे बाहर से ही हाइड्रा मशीन पर चढ़कर लापता लोगों की तलाश कर रहे हैं। शनिवार को एनडीआरएफ की टीम ने बाथरूम तोड़कर चारों शवों को बाहर निकाला।
पुलिस महानिदेशक (डीजीपी) संजय कुंडू ने मौके पर पहुंचकर कहा कि फोरेंसिक टीम साक्ष्यों को जुटाएगी। वहीं सरकार ने घटना की जांच के लिए विशेष जांच टीम (एसआईटी) गठित कर दी है। इसका कंट्रोल रूम भी बनाया गया है।
डीजीपी ने राज्य सरकार से भारत सरकार की केंद्रीय फोरेंसिक विज्ञान टीम से भी सहयोग लेने का अनुरोध किया है। फॉरेंसिक साइंस लैबोरेटरी (एफएसएल) की टीम भी घटनास्थल पर पहुंच चुकी है।

हिमाचल प्रदेश के बद्दी में हिलटॉप स्थित परफ्यूम बनाने वाली फैक्टरी में लगी आग में चार महिलाओं की मौत हो चुकी है। चारों महिलाओं की शिनाख्त अभी तक नहीं हो पाई है।
मृतकों की शिनाख्त के लिए लापता लोगों के परिजनों को नालागढ़ अस्पताल बुलाया गया है। अगर पहचान नहीं होती तो डीएनए टेस्ट किया जाएगा।
अभी तक जांच में पाया गया कि घटना के समय फैक्टरी में 43 कामगार थे, जिनमें से 30 को शुक्रवार को अस्पताल में भर्ती कराया गया था। इनमें से 19 झाड़माजरी के निजी अस्पताल ब्रुकलिन, छह कामगार ईएसआई अस्पताल काठा और पांच पीजीआई चंडीगढ़ रेफर किए गए थे।

पुलिस ने मामले की जांच के लिए एसआईटी का गठन किया है। एसआईटी में अतिरिक्त पुलिस अधीक्षक अशोक वर्मा, उप पुलिस अधीक्षक खजाना राम और बरोटीवाला के थाना प्रभारी एसआई संजय शर्मा शामिल किए गए हैं।
एनआर अरोमा कंपनी के प्लांट हेड चंद्रशेखर को गिरफ्तार कर लिया गया है। कंपनी के मालिक को गिरफ्तार करने के लिए एक टीम रवाना हो चुकी है।
पुलिस फिलहाल आग लगने के बाद लापता बताए गए लोगों की तत्काल तलाश कर रही है।
पुलिस ने लापता लोगों की तलाश के लिए जनता से अपील की है। पुलिस महानिदेशक ने कहा कि घटना से संबंधित किसी भी सुराग या जानकारी के लिए अशोक कुमार अतिरिक्त पुलिस अधीक्षक के मोबाइल नंबर(9816999000) पर संपर्क किया जा सकता है।
लापता महिलाओं में चंपो देवी (हिमाचल प्रदेश), काजल (उत्तर प्रदेश), कालज भारती (उत्तर प्रदेश), कल्पना (मध्य प्रदेश), शशी (उत्तर प्रदेश), सोनी (उत्तर प्रदेश), रहनुमा (उत्तर प्रदेश) और राखी (उत्तर प्रदेश) शामिल हैं।
अभी तक चार महिला कामगारों के शव निकाले गए हैं, जिनकी पहचान नहीं हो पाई है। ये कामगार शौचालय में छिप गईं थीं, जिससे वे आग की चपेट में आ गईं। शवों की शिनाख्त नहीं हुई तो इनका डीएनए कराया जाएगा।

शनिवार सुबह तक 13 कामगार लापता थे, लेकिन पांच महिला कामगार सुरक्षित मिल गई हैं। चार कामगार अभी भी लापता हैं।
चार महिलाओं के शव अभी तक निकाले गए हैं, जिनकी पहचान नहीं हो पाई है। ये कामगार आग से बचने के लिए शौचालय में छिप गईं थीं, लेकिन वे आग की चपेट में आ गईं
शवों की पहचान नहीं होने पर डीएनए टेस्ट कराया जाएगा।
उपायुक्त मनमोहन शर्मा ने कहा कि घायलों और मृतकों के परिजनों को राहत राशि दी जाएगी। इसके लिए प्रक्रिया जारी है। उन्होंने यह भी बताया कि शुरू में घायलों को निजी अस्पताल में भर्ती कराया गया था, जो घटनास्थल से काफी नजदीक था। अब घायलों को सरकारी अस्पताल में शिफ्ट किया जा रहा है।
आग शुक्रवार दोपहर 12:00 बजे के बाद भड़क गई थी। प्रारंभिक जांच में शार्ट सर्किट से केमिकल में आग लगने के कयास लगाए जा रहे हैं।
बद्दी के पुलिस अधीक्षक इलमा अफरोज ने बताया कि फैक्टरी के खिलाफ बरोटीवाला थाने में लापरवाही बरतने पर मामला दर्ज किया गया है।

मृतका की पहचान पिंकी पत्नी पवन, निवासी मखनूमाजरा, बद्दी के रूप में हुई है। पीजीआई में भर्ती आरती, चरण सिंह, गीता और प्रेम कुमारी की हालत गंभीर है। इनमें तीन की रीड की हड्डी टूट गई है।
सीपीएस राम कुमार चौधरी ने कहा कि सरकार जल्द ही एक निजी तकनीकी एजेंसी को हायर करेगी, जो सभी कंपनियों में कमियों को जांचेगी। जिन कंपनियों में कमियां मिलेंगी, उन्हें एनओसी नहीं दी जाएगी।
अरोमा फैक्टरी 2007 में लगी थी। यह पहला मामला है, जिसमें इतने लोगों जान चली गई और इतने ज्यादा घायल हुए।
फाॅरेंसिंक टीम आग पूरी तरह से शांत न होने के कारण अंदर नहीं जा पाई है। अभी चार-पांच और कामगारों के अंदर होने की संभावना है। बिल्डिंग पूरी तरह से क्षतिग्रस्त हो गई है। कुछ कामगारों के मलबे में दबने की आशंका जताई गई है।