Parrot Fever क्लैमाइडिया परिवार से संबंधित बैक्टीरिया के कारण होता है। जैसा कि नाम से पता चलता है, यह रोग पक्षियों से प्राप्त होता है
विश्व स्वास्थ्य संगठन ने कई यूरोपीय देशों में सिटाकोसिस, जिसे Parrot Fever भी कहा जाता है, के गंभीर प्रकोप की सूचना दी है। सीएनएन ने भी 5 लोगों की मौत की खबर दी है. इसका प्रकोप शुरुआत में 2023 में देखा गया था और इस साल की शुरुआत तक जारी रहा है।

तोता बुखार क्या है?
Parrot Fever क्लैमाइडिया परिवार से संबंधित बैक्टीरिया के कारण होता है। जैसा कि नाम से पता चलता है, यह बीमारी सिर्फ तोते से नहीं बल्कि पक्षियों से होती है। यह विभिन्न जंगली और पालतू पक्षियों और मुर्गों के माध्यम से फैल सकता है।
तोते का बुखार या सिटैकोसिस (Sitakosiss) के लक्षण (Lakshan)
मनुष्यों में लक्षण (Manushyon mein lakshan):
- तेज बुखार और ठंड लगना (tez bukhar aur thand lagna)
- मांसपेशियों में दर्द (maanspeshiyon mein dard)
- मिचली आना और उल्टी होना (micchli aana aur ulti hona)
- थकान (thakaan)
- कमज़ोरी (kamzori)
- सूखी खांसी (sookhi khaansi)
- सिरदर्द (sirdard)
ये लक्षण आमतौर पर सम्पर्क में आने के 5 से 14 दिनों बाद शुरू होते हैं। कुछ अन्य लक्षण सांस लेने में तकलीफ, सीने में दर्द और प्रकाश के प्रति संवेदनशीलता शामिल हो सकते हैं।
पक्षियों में लक्षण (Pakshiyon mein lakshan):

- कम भूख लगना (kam bhookh lagna)
- वजन कम होना (vajan kam hona)
- आंखों या नाक से स्राव (aankhon ya naak se sraav)
- दस्त होना (dast hona)
- आंखों में सूजन (aankhon mein soojan)
- सांस लेने में कठिनाई (saans lene mein kathinai)
यह कैसे फैलता है
संक्रमित पक्षियों के संपर्क में आने वाले लोगों को यह बीमारी हो सकती है। लक्षण वाले या बिना लक्षण वाले संक्रमित पक्षी सांस लेने या उत्सर्जन के माध्यम से बैक्टीरिया को बहा सकते हैं। यूएस सेंटर फॉर डिजीज कंट्रोल एंड प्रिवेंशन के अनुसार, संक्रमित पक्षियों के मल और स्राव के छोटे सूखे, धूल के कणों को अंदर लेने से कोई व्यक्ति संक्रमित हो सकता है। किसी संक्रमित पक्षी के काटने से या चोंच से मुँह के संपर्क से भी कोई व्यक्ति संक्रमित हो सकता है।
तोते का बुखार या सिटैकोसिस के बारे में अन्य जानकारी

संक्रमण (Sankraman):
- यह रोग एक व्यक्ति से दूसरे व्यक्ति में नहीं फैलता है।
- साथ ही, इस बात का कोई सबूत नहीं है कि यह रोग मुर्गी पालन या मुर्गी का मांस खाने से फैलता है।
इलाज (Ilaj):
- Parrot Fever से पीड़ित लोगों को आमतौर पर लक्षणों को कम करने के लिए एंटीबायोटिक दवाइयां और अन्य दवाएं दी जाती हैं।
- इलाज न कराने पर यह निमोनिया, हृदय वाल्वों में सूजन, हेपेटाइटिस या तंत्रिका संबंधी समस्याओं जैसी गंभीर जटिलताओं को जन्म दे सकता है।
- कुछ दुर्लभ और गंभीर मामलों में यह मृत्यु का कारण भी बन सकता है।
अस्वीकरण (Asvikaran):
यह सामग्री केवल सामान्य जानकारी प्रदान करती है। यह किसी भी तरह से किसी योग्य चिकित्सक की राय का विकल्प नहीं है। अधिक जानकारी के लिए हमेशा किसी विशेषज्ञ या अपने डॉक्टर से सलाह लें।
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