Security tips: ऑनलाइन बैंकिंग, डिजिटल भुगतान और ऑनलाइन शॉपिंग ने जीवन को सुगम बना दिया है, लेकिन ऑनलाइन धांधे के जोखिम भी काफी बढ़ गए हैं। विशेषज्ञ बताते हैं कि ठग आपका शोषण कैसे कर सकते हैं और आपको कैसे सुरक्षित रखने के लिए सुझाव देते हैं।
साइबर धांधों के प्रकार:
- यूपी आई धांधा:
- ठग डिलीवरी कर्मी के रूप में प्रतिष्ठान बना सकते हैं, छोटे भुगतान के लिए स्थान सूचना का अनुरोध करते हैं। ऐसे धोखाधड़ी तकनीकों से सावधान रहें।
- एटीएम कार्ड क्लोनिंग:
- धांधे के लिए सबसे खतरनाक उपकरण है एटीएम कार्ड क्लोनिंग। ठग स्किमिंग डिवाइस को मशीनों में जोड़ते हैं, जो आपके सभी कार्ड विवरणों को अनधिकृत रूप से जब्त करती है।
- ईमेल धोखाधड़ी/फिशिंग:
- आपके मेल को बैंक से मिलने वाले एक मेल के रूप में, जिसमें कुछ बैंक से मिलता जुलता लाभ हो सकता है। दी गई लिंक पर क्लिक करने से अनधिकृत लेन-देन शुरू हो सकता है।
यदि आप शिकार हो जाते हैं तो क्या करें:
- किसी भी साइबर धांधे की सूचना को तत्काल सरकार द्वारा 2022 में स्थापित की गई साइबर क्राइम हेल्पलाइन 1930 पर सूचित करें।
- एक घंटे के भीतर सूचित किया जाता है तो खोए गए धन को पुनः प्राप्त करने का एक अवसर है।
प्रदान करने वाली जानकारी:
सूचित करते समय, आपके बैंक का नाम, पंजीकृत मोबाइल नंबर, लेन-देन आईडी, खाता संख्या, और लेन-देन के लिए उपयोग किए गए वॉलेट/UPI आईडी की जानकारी साझा करें।
सावधानीपूर्ण नोट:
- हेल्पलाइन अधिकारी आपसे एटीएम पिन या ओटीपी पूछेंगे नहीं। इस दौरान ऐसी संवेदनशील जानकारी साझा करने से बचें।
सतर्क रहें और आपके वित्त की सुरक्षा के लिए किसी भी संदिग्ध गतिविधि को तत्परता से सूचित करें।
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