उत्तर मध्य रेलवे के आगरा मंडल ने हाल ही में किया गया “कवच” प्रणाली के ब्रेकिंग दक्षता परीक्षण सफल रहा है। इस परीक्षण में एक सेमी-हाई स्पीड इंजन को 160 किमी प्रति घंटे की रफ्तार से दौड़ाकर अचानक ब्रेक लगाने की क्षमता का परीक्षण किया गया।
परीक्षण के मुख्य बिंदु:
- परीक्षण के दौरान लोकोमोटिव चालक को रेड सिग्नल के बाद भी ब्रेक नहीं लगाने के लिए कहा गया था।
- “कवच” प्रणाली ने स्वचालित रूप से ब्रेक लगाकर ट्रेन को रेड सिग्नल से 30 मीटर पहले रोक दिया।
- परीक्षण के दौरान अन्य सुरक्षा मानकों को भी पूरा किया गया।
परीक्षण का महत्व:
- यह परीक्षण इस बात का संकेत देता है कि “कवच” प्रणाली उच्च गति पर भी ट्रेनों को सुरक्षित रूप से रोकने में सक्षम है।
- यह प्रणाली ट्रेन चालकों द्वारा सिग्नल पार करने या तेज रफ्तार से चलने जैसी गलतियों को रोकने में मदद करेगी।
- इससे रेलवे परिचालन की सुरक्षा और दक्षता बढ़ेगी।
अगले चरण:
- अब रेलवे इसी परीक्षण को यात्री डिब्बों वाली ट्रेनों पर भी दोहराएगा।
- भविष्य में इस प्रणाली को पूरे रेलवे नेटवर्क पर लागू करने की योजना है।
क्या है “कवच” प्रणाली
- “कवच” प्रणाली को रिसर्च डिजाइन्स एंड स्टैंडर्ड्स ऑर्गनाइजेशन (RDSO) द्वारा विकसित किया गया है।
- यह प्रणाली आपातकालीन स्थिति में स्वचालित रूप से ब्रेक लगा सकती है।
- वर्तमान में यह प्रणाली दक्षिण मध्य रेलवे के कुछ हिस्सों में पहले से ही कार्यरत है।
यह सफल परीक्षण भारतीय रेलवे के लिए एक महत्वपूर्ण उपलब्धि है और उम्मीद की जाती है कि इससे रेल यात्रा को और अधिक सुरक्षित और कुशल बनाया जा सकेगा।