निकेश अरोड़ा, भारतीय मूल के सीईओ, ने 2024 में पहले अरबपति बना। उन्होंने गूगल से लेकर सॉफ्टबैंक तक सफलता का अनुभव किया है, और उन्हें 2024 के सबसे नए और पहले बिलेनियर माना जाता है।
निकेश अरोड़ा, भारतीय मूल के सीईओ, दुनियाभर की कंपनियों में अपनी पहचान बना रहे हैं। उन्होंने गूगल से लेकर माइक्रोसॉफ्ट जैसी बड़ी कंपनियों की कमान संभाली है। निकेश अरोड़ा ने अब साल 2024 में सबसे नए और सबसे पहले अरबपति बना है, जो ब्लूमबर्ग बिलेनियर्स इंडेक्स के मुताबिक पुनर्निर्मित किया गया है। वह एक चुनिंदा नॉन-फाउंडर टॉप टेक बिलेनियर्स में भी शामिल हैं।
साइबर सिक्योरिटी कंपनी पाओ अल्टो नेटवर्क्स के मुख्य कार्यकारी अधिकारी निकेश अरोड़ा का नेटवर्थ 1.5 बिलियन डॉलर पहुंच गया है, जिसका भारतीय करेंसी में मूल्य करीब 1,24,97,19,00,000 रुपये है। उन्होंने साल 2018 से पाओ अल्टो नेटवर्क्स की कमान संभाल रहे हैं और कंपनी के शेयर्स भी धारित हैं। पाओ अल्टो नेटवर्क्स के शेयरों के मूल्य में वृद्धि के बाद निकेश अरोड़ा के हिस्से की मूल्य 830 मिलियन डॉलर तक पहुंच गई है।
गूगल में सबसे ज्यादा सैलरी पाने वाले कर्मचारी :
निकेश ने 2012 में गूगल में सबसे ज्यादा सैलरी पाने वाले कर्मचारी बनने का दर्जा प्राप्त किया था, जब उन्हें 51 मिलियन डॉलर का पैकेज मिला था। इसके बाद, सॉफ्टबैंक में भी उन्होंने 2014 में 135 मिलियन डॉलर का पैकेज प्राप्त किया। आज, वे साल 2024 में सबसे पहले अरबपति बन गए हैं, जो बहुत से टॉप टेक बिलेनियर्स में से एक हैं, जो नॉन-फाउंडर हैं।
पढ़ाई के साथ नोकरी भी की:
निकेश अरोड़ा ने गाजियाबाद, उत्तर प्रदेश, का ही अपना जन्म स्थान बताया है, और उनकी पढ़ाई ने उन्हें बनारस हिंदू विश्वविद्यालय IIT से की, जहां उन्होंने इलेक्ट्रिकल इंजीनियरिंग में बीटेक किया। उन्होंने पढ़ाई के साथ-साथ नौकरी को बनाए रखने के लिए बर्गर शॉप में और सिक्योरिटी गार्ड की नौकरी की।