Menu
atozseotoolz types of debit cards

Plastic Money की सुविधा के पीछे छिपी पर्यावरणीय परेशानी!

भले ही कार्ड का इस्तेमाल करना कितना भी आसान क्यों न हो, हमें यह नहीं भूलना चाहिए कि इसके कई नुकसान भी हैं।

Aarti Sharma 8 months ago 0 7

आजकल की डिजिटल दुनिया में डेबिट और क्रेडिट कार्ड हमारे जीवन का अहम हिस्सा बन चुके हैं। कैशलेस भुगतान की सुविधा ने हमारे आर्थिक लेन-देन को आसान बना दिया है। लेकिन इस सुविधा के पीछे छिपी एक बड़ी परेशानी है – प्लास्टिक कार्ड बनाने में इस्तेमाल होने वाला प्लास्टिक और उसका पर्यावरण पर पड़ने वाला असर।

भले ही कार्ड का इस्तेमाल करना कितना भी आसान क्यों न हो, हमें यह नहीं भूलना चाहिए कि इसके कई नुकसान भी हैं। प्लास्टिक कार्ड बनाने में काफी मात्रा में प्लास्टिक का इस्तेमाल होता है, जो हमारे पर्यावरण के लिए हानिकारक है।

2020 10image 13 26 037682499atm1

प्लास्टिक की मुसीबत

आपके डेबिट और क्रेडिट कार्ड, जिनका इस्तेमाल आप हर रोज़ करते हैं, उनमें एक छिपी हुई परेशानी है – प्लास्टिक!

ये कार्ड मुख्य रूप से पॉलीविनाइल क्लोराइड (PVC) से बने होते हैं, जो एक प्रकार का प्लास्टिक है जिसे इसकी मजबूती और लचीलेपन के लिए जाना जाता है। लेकिन पीवीसी बनाने में बहुत सारे जीवाश्म ईंधन का इस्तेमाल होता है और हानिकारक प्रदूषक निकलते हैं, जो पर्यावरण को नुकसान पहुंचाते हैं।

इसके अलावा, इन कार्डों का जीवनकाल भी अपेक्षाकृत कम होता है, जिससे उत्पादन, खपत और निपटान का एक निरंतर चक्र बन जाता है। जितने ज़्यादा कार्ड बनाए जाते हैं, उतना ही ज़्यादा प्लास्टिक कचरा पैदा होता है, जो लैंडफिल में जाकर सैकड़ों सालों तक सड़ता रहता है। इससे मिट्टी और पानी प्रदूषित होता है और जानवरों को नुकसान होता है।

खर्चा बेकाबू!

प्लास्टिक मनी, यानी डेबिट और क्रेडिट कार्ड का इस्तेमाल ज़्यादा, तो खर्चा भी ज़्यादा! ये कोई जादू नहीं, बल्कि मनोविज्ञान का खेल है।

पहले जब हम नकद खर्च करते थे, तो जेब से छूटते हर रुपये का एहसास होता था। लेकिन अब एक स्वाइप या टैप से काम चल जाता है। आसानी की इसी आदत में कहीं हम अपने खर्चों की कमान खो देते हैं।

what is plastic money 717x404 1

अध्ययनों से पता चलता है कि प्लास्टिक मनी का इस्तेमाल करने पर लोग ज़्यादा खर्च कर देते हैं। इसका सीधा कारण है कैश की अनुपस्थिति। नकद का इस्तेमाल करते वक्त हमारे दिमाग को उसकी मात्रा का अहसास होता है, तो उसे खर्च करने में संकोच होता है। लेकिन कार्ड से खर्च करते हुए पैसा आँखों से ओझल रहता है, तो खर्च भी हद से ज़्यादा बढ़ जाता है।

पर्यावरण पर असर

प्लास्टिक प्रदूषण आज पूरी दुनिया के लिए एक बड़ी चिंता है, और इसमें हमारे डेबिट और क्रेडिट कार्ड का भी बड़ा योगदान है। पुराने या ख़राब हो चुके कार्ड अक्सर कूड़ेदान में फेंक दिए जाते हैं, जहां इन्हें सड़ने में सैकड़ों साल लग सकते हैं। इस दौरान ये हानिकारक रसायन छोड़ते हैं, जो मिट्टी और पानी को दूषित करते हैं।

सिर्फ यही नहीं, प्लास्टिक कार्ड बनाने और उन्हें नष्ट करने के लिए भी काफी ऊर्जा खर्च होती है, जिससे हानिकारक गैसें निकलती हैं। ये गैसें ग्लोबल वार्मिंग को बढ़ावा देती हैं, जिससे धरती का तापमान बढ़ रहा है और पर्यावरण को भारी नुकसान पहुंच रहा है।

Plastic Money

पर्यावरण को बचाने के लिए आसान उपाय!

ज़िम्मेदार ग्राहक होने के नाते, हमें अपने खर्च की आदतों से पर्यावरण को होने वाले नुकसान के बारे में जागरूक होना बहुत ज़रूरी है। लेकिन चिंता मत कीजिए, इस नुकसान को कम करने के लिए हम कई कदम उठा सकते हैं!

पर्यावरण के दोस्त बनें, इको-फ्रेंडली कार्ड चुनें!

आजकल हर कोई प्लास्टिक कार्ड इस्तेमाल करता है, लेकिन क्या आप जानते हैं कि ये प्लास्टिक कार्ड पर्यावरण को नुकसान पहुंचाते हैं? वो इतनी जल्दी सड़ते नहीं और कचरे में पड़े रहते हैं। तो क्यों न हम थोड़ा सोच-समझकर कुछ इको-फ्रेंडली विकल्प चुनें?

इको-फ्रेंडली कार्ड ऐसे कार्ड होते हैं जो पर्यावरण को कम नुकसान पहुंचाते हैं। इन कार्डों को बनाने में रीसाइकल किए गए प्लास्टिक या बांस जैसे टिकाऊ और पर्यावरण के अनुकूल सामग्रियों का इस्तेमाल किया जाता है। कुछ कार्ड तो ऐसे भी होते हैं जिन्हें खाद बनाया जा सकता है!

  • कम कार्ड रखें: सिर्फ उतने ही कार्ड रखें जितना आपको वाकई जरूरत है। इससे प्लास्टिक कचरे को कम करने में मदद मिलेगी।
  • डिजिटल पेमेंट को प्राथमिकता दें: जब भी संभव हो, डिजिटल भुगतान का इस्तेमाल करें। इससे पेपर और प्लास्टिक के कार्ड की जरूरत कम हो जाएगी।
  • पुराने कार्ड को रीसायकल करें: कई बैंक अब पुराने कार्ड को इकट्ठा करके उन्हें रीसायकल करते हैं। आप अपने बैंक से इस बारे में जानकारी ले सकते हैं।

यहाँ कुछ और तरीके हैं जिनसे आप पर्यावरण को बचा सकते हैं:

advantages and disadvantages of plastic money3

छोटे-छोटे कदम मिलकर बड़ा बदलाव लाते हैं! आइए, मिलकर पर्यावरण को बचाएं और इको-फ्रेंडली कार्ड चुनें!

डिजिटल वॉलेट: आपका जेब का नया दोस्त!

पर्यावरण को बचाने और खर्च करने का आसान तरीका ढूंढ रहे हैं? तो जवाब है डिजिटल वॉलेट! ये आपके स्मार्टफोन में एक मोबाइल ऐप है, जिससे आपको प्लास्टिक कार्ड की ज़रूरत नहीं पड़ती। बस अपने फोन को अनलॉक करें और टैप करें – भुगतान हो गया!

  • नहीं चाहिए प्लास्टिक: प्लास्टिक कार्ड ले जाने की झंझट खत्म! ये ना केवल पर्यावरण के लिए अच्छा है, बल्कि आपका बटुआ भी हल्का रहता है।
  • तेज़ और आसान: भुगतान करना अब मिनटों का काम नहीं। बस एक टैप और हो गया!
  • सुरक्षित भी: कार्ड खोने का डर नहीं। अगर आपका फोन खो जाता है, तो आप उसे लॉक कर सकते हैं।
  • ऑफर्स और कैशबैक: कई डिजिटल वॉलेट्स पर खरीदारी करने पर आपको कैशबैक और डिस्काउंट मिलते हैं।
  • बजट मैनेजमेंट: अपने खर्चों का ट्रैक रखना आसान हो जाता है। कुछ ऐप्स आपको बजट सेट करने और खर्चों को कैटेगराइज़ करने की सुविधा भी देते हैं

डिजिटल वॉलेट के फायदे:

प्लास्टिक कार्ड, चाहे डेबिट हो या क्रेडिट, हमारी ज़िंदगी को ज़रूर आसान बना देते हैं। लेकिन क्या कभी सोचा है कि इन कार्डों का इस्तेमाल पर्यावरण पर क्या असर डालता है? प्लास्टिक बनाने में इस्तेमाल होने वाले पदार्थ और उनका निपटान, दोनों ही पर्यावरण को नुकसान पहुंचाते हैं।

advantages and disadvantages of plastic money4

तो इसका मतलब ये नहीं कि कार्ड का इस्तेमाल ही बंद कर दें। ज़रूरी है समझदारी से काम लेना। हमें ये बात समझनी है कि हमारे आर्थिक फैसलों का पर्यावरण पर भी असर पड़ता है। कार्ड के इस्तेमाल से पर्यावरण को होने वाले नुकसान को समझकर हम ऐसे फैसले ले सकते हैं, जो हमारे बजट के साथ-साथ पर्यावरण की सुरक्षा में भी मदद करें।

आइए मिलकर ऐसा भविष्य बनाएं, जहां आर्थिक सुविधा के लिए हमें पर्यावरण की बलि न देनी पड़े। हर एक कार्ड स्वाइप एक सोचा-समझा कदम हो, जो हमें एक हरे-भरे कल की ओर ले जाए।



Join AajOrKal’s WhatsApp Group or Google News for Latest Updates on News, Entertainment and MUCH MORE!”

Leave a Reply

Leave a Reply

Your email address will not be published. Required fields are marked *