मेरिट लिस्ट जारी होने के बाद अब स्कूल 13 जनवरी से 22 जनवरी तक माता-पिता के सवालों का जवाब देंगे!
नई दिल्ली: दिल्ली के निजी स्कूलों ने नर्सरी, केजी और कक्षा 1 में दाखिले के लिए पहली मेरिट लिस्ट जारी कर दी है! ये लिस्ट राजधानी के लगभग 1,800 स्कूलों ने निकाली है। इसका मतलब, उन छोटे-बच्चों के नाम जो आने वाले स्कूल-साल (2024-25) में इन कक्षाओं में पढ़ने मिलेंगे, वो अब सामने आ गए हैं।
- कुछ बच्चों को उनकी स्थिति के आधार पर सीटें मिलती हैं जैसे आर्थिक रूप से कमजोर परिवार (ईडब्ल्यूएस), वंचित वर्ग (डीजी) और दिव्यांग बच्चे। इनके लिए भी अलग से लिस्ट आएँगी। इनको कुल सीटों का 25% मिलता है।
- कुछ स्कूलों ने तो बच्चों की आखिरी लिस्ट भी निकाल दी है। इसका मतलब, वहाँ बस यही नाम लिए जाएंगे, और कोई नया बच्चा नहीं पढ़ सकता। ऐसे स्कूल दूसरी लिस्ट या वेटिंग लिस्ट नहीं निकालेंगे।
समाचार एजेंसी पीटीआई ने दिल्ली स्टेट पब्लिक स्कूल मैनेजमेंट एसोसिएशन के अध्यक्ष आरसी जैन के हवाले से कहा कि, “दिल्ली के अधिकांश शीर्ष स्कूल आमतौर पर दूसरी सूची या प्रतीक्षा सूची जारी नहीं करते हैं। लगभग 200 ऐसे स्कूल हैं जिन्होंने अपनी अंतिम मेरिट सूची जारी कर दी है।” . वे प्रवेश के लिए दूसरी सूची जारी नहीं करेंगे।” मेरिट लिस्ट जारी होने के बाद अब स्कूल 13 जनवरी से 22 जनवरी तक अभिभावकों के सवालों का जवाब देंगे।
- स्कूल में दाखिले के फॉर्म के साथ प्रॉस्पेक्टस खरीदना जरूरी नहीं है। सिर्फ 25 रुपये रजिस्ट्रेशन फीस ली जा सकती है।
- अगर दो या ज्यादा बच्चों के अंक एक जैसे हैं तो स्कूलों के पास लॉटरी सिस्टम भी है। यानी आखिरी लिस्ट तय करने से पहले लॉटरी से बच्चे का नाम चुना जाएगा।
- स्कूल में दाखिले की पूरी प्रक्रिया 8 मार्च तक समाप्त हो जाएगी।
ठीक है, अब एक और मुद्दा समझ लेते हैं। कई स्कूलों के प्रिंसिपलों ने बताया है कि ज़्यादातर फॉर्म ऐसे बच्चों ने भरे हैं जो पहले वहीं पढ़े बच्चों के भाई-बहन हैं या जिनके माता-पिता उसी स्कूल के पूर्व छात्र हैं। आसान शब्दों में, पुराने रिश्ते का फायदा मिल रहा है।