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क्यों हैप्पी नहीं ? Merry Christmas बोलकर किया जाता है विश, जानें वजह

“जानें ‘मेरी क्रिसमस’ शब्द के पीछे की कहानी और कैसे चार्ल्स डिकेंस के ‘ए क्रिसमस कैरल’ से यह वाक्य विकसित हुआ. विक्टोरियन काल से लेकर आज तक का सफर, जिसने इसे एक प्यार भरे त्योहार के रूप में स्थापित किया. इस अनूठे विशेषज्ञ वाक्य के पीछे की भावना और उत्साह का खोज करें, जो विश्वभर में क्रिसमस के मौसम में दिलचस्पी बढ़ाता है।”

Faizan mohammad 11 months ago 0 47

Merry Christmas 2022: सेंटा की लाल सफेद पोशाकों में सजे बच्चे हों या बड़े, क्रिसमस विश करने का एक ही तरीका है. वो है मेरी क्र‍िसमस. अन्य त्योहारों में जहां हम हैप्पी का इस्तेमाल करते हैं, वहीं क्र‍िसमस के साथ मेरी शब्द का इस्तेमाल क्यों होता है, आइए इसकी वजह जानते हैं


खुश‍ियों में लिपटा अपनों का प्यार और उपहारों का खूबसूरत त्योहार क्र‍िसमस डे 25 दिसंबर को पूरी दुनिया में मनाया जाता है. ये दिन प्रभु यीशू के जन्म का उत्सव मनाने का दिन है. इस दिन लोग पार्टी करते हैं, क्रिसमस ट्री सजाते हैं और लोगों को ‘मैरी क्रिसमस’ बोलकर विश करते हैं. आपने कभी सोचा है कि सभी त्योहारों को हैप्पी के साथ विश किया जाता है परंतु क्रिसमस को मैरी क्रिसमस क्यों.

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जानिए- इसके पीछे क्या है वजह? 

‘वी विश यू ए मैरी क्रिसमस’  वाक्य का उल्लेख वर्ष 1843 में चार्ल्स डिकेंस के उपन्यास ‘ए क्रिसमस कैरल’ में किया गया था, जो तब से इसकी लोकप्रियता का एक बड़ा कारण था. इसी साल यह वाक्य क्रिसमस कार्डों में दिखाई देने लगा था. इतिहासकारों का मानना ​​है कि यह एक सरल व्याकरणीय अर्थ में देखें तो “हैप्पी” एक ऐसा शब्द है जो एक आंतरिक भावनात्मक स्थिति का वर्णन करता है.

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इसमें आप किसी को खुश रहने की दुआ के साथ त्योहार विश कर रहे होते हैं. वहीं, मेरी शब्द विक्टोरियन काल में एक व्यवहारिक वर्णन में ज्यादा उत्साही और खुशी के अतिरेक के अर्थों में लिया जाने लगा. जैसे-जैसे समय के साथ दोनों शब्द विकसित हुए और अर्थ बदलते गए, लोगों ने धीरे-धीरे 18वीं और 19वीं शताब्दी के दौरान “मेरी” शब्द को अपने व्यक्तिगत शब्द के रूप में इस्तेमाल करना बंद कर दिया. यह “द मोर, द मेरियर” जैसे सामान्य वाक्यांशों के साथ-साथ क्रिसमस गीतों और कहानियों जैसी चीजों में भी अटका रहा. क्र‍िसमस मनाने के तरीकों में विक्टोरियन काल आज भी कई क्रिसमस परंपराओं को समेटे है. 
ईसाई समुदाय की मान्यताओं के अनुसार प्रभु यीशु का जन्म 25 दिसंबर को हुआ था. इस दिन को क्रिसमस-डे कहने का एक कारण ये भी था कि रोमन लोग विंटर सोलस्टाइस के दौरान 25 दिसंबर को सूर्य के जन्म के रूप में मनाते थे. मसीह के जन्म का सटीक महीना और तारीख अभी तक पता नहीं है लेकिन ऐसा माना जाता है कि पश्चिमी ईसाई चर्च ने चौथी शताब्दी के मध्य में 25 दिसंबर को क्रिसमस के रूप में मनाने को मान्यता दी. 

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आधिकारिक तौर पर 1870 में, अमेरिका ने क्रिसमस के दिन फेडरेल हॉलिडे की घोषणा की. इस दिन लोग एक दूसरे को गिफ्ट देते हैं. इस दिन क्रिसमस डे लोग घरों में क्रिसमस ट्री सजाते हैं.

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