भुवनेश्वर: भारतीय प्रौद्योगिकी संस्थान (आईआईटी) भुवनेश्वर 11 फरवरी को अपने शोध और उद्यमिता पार्क में अपनी ऐतिहासिक 100-CUBE स्टार्टअप पहल शुरू करने के लिए तैयार है। इस पहल का लक्ष्य ओडिशा के गठन की 100वीं वर्षगांठ (2036) तक 100 करोड़ रुपये के मूल्य वाले 100 स्टार्टअप स्थापित करना है।
संस्थान के निदेशक श्रीपाद कर्मल्कर ने बताया कि पार्क महत्वपूर्ण संसाधन, मार्गदर्शन, शुरुआती पूंजी और निवेशकों से जुड़ाव प्रदान करेगा। शिक्षा मंत्रालय के पर्याप्त समर्थन के साथ, अगले दो वर्षों में पार्क का विस्तार 20,000 वर्ग फुट से बढ़ाकर लगभग 80,000 वर्ग फुट करने की योजना है।
उन्होंने कहा कि यह प्रयास राष्ट्रीय शिक्षा नीति (एनईपी) 2020 में उल्लिखित उद्देश्यों के अनुरूप है, जो उद्यमिता को बढ़ावा देने और स्टार्टअप विकास की सुविधा को प्राथमिकता देता है।
श्री कर्मल्कर ने यह भी बताया कि भविष्य की दिशा, खासकर अगले 25 वर्ष, स्टार्टअप से काफी प्रभावित होंगे। उन्होंने बताया कि वैश्विक नवाचार रैंकिंग में भारत की उल्लेखनीय वृद्धि (2014 में 76वें स्थान से 2023 में 40वें स्थान पर) इस बात का प्रमाण है।
100-CUBE स्टार्टअप पहल का उद्देश्य विभिन्न क्षेत्रों, उद्योगों और भौगोलिक क्षेत्रों के स्टार्टअप को बढ़ावा देकर इस रैंकिंग को और बेहतर बनाना है। इसमें “विचार से बाजार तक” की समग्र रणनीति का इस्तेमाल किया जाएगा।
11 फरवरी को आयोजित होने वाले इस कार्यक्रम में फैकल्टी और स्टार्टअप के लिए समवर्ती तकनीकी कार्यशालाएं शामिल होंगी, जिनका नेतृत्व विभिन्न आईआईटी के अनुसंधान पार्क प्रमुख, उद्योग जगत के नेता और उद्यम पूंजीपति करेंगे। इसके बाद, लगभग 20 उद्योगों, 30 स्टार्टअप और 30 उद्यम पूंजीपतियों के 100-CUBE उद्देश्य को प्राप्त करने के लिए रणनीतिक साझेदारी बनाने के लिए समझौता ज्ञापनों (MoUs) पर हस्ताक्षर करने की उम्मीद है।
अधिकारियों के अनुसार, केंद्रीय मंत्री धर्मेंद्र प्रधान 1,500 सीटों वाले सभागार का उद्घाटन करेंगे, जहां कार्यक्रम का आयोजन किया जाएगा और 450 करोड़ रुपये की बुनियादी ढांचा परियोजनाओं के लिए ई-स्थापना की शुरुआत करेंगे।