कार्यक्रम के दौरान बताया गया कि एनईवी पर ध्यान देने के साथ कंपनी गुजरात के हलोल स्थित अपने संयंत्र की उत्पादन क्षमता भी बढ़ाएगी। आने वाले समय में संयंत्र की उत्पादन क्षमता मौजूदा एक लाख वाहनों से बढ़कर सालाना तीन लाख वाहनों तक पहुंच जाएगी।
जेएसडब्ल्यू समूह और चीन की ऑटो निर्माता कंपनी एसएआईसी के स्वामित्व वाली एमजी मोटर्स इंडिया ने बुधवार को अपने संयुक्त उद्यम की शुरुआत की। इसका नाम जेएसडब्ल्यू एमजी मोटर इंडिया लिमिटेड होगा। संयुक्त उद्यम की संचालन समिति के सदस्य पार्थ जिंदल ने इस ब्रांड का अनावरण किया।
एमजी मोटर इंडिया में जेएसडब्ल्यू समूह की 35% हिस्सेदारी रहेगी। यह संयुक्त उद्यम भारतीय ऑटो क्षेत्र में बड़ी हिस्सेदारी हासिल करने के लिए electric vehicle और पेट्रोल-डीजल कारों का उत्पादन करेगा। हर तीन से चार महीने में एक नई डिजाइन वाली कार लॉन्च करना इस नए संयुक्त उद्यम का लक्ष्य है। संयुक्त उद्यम ने इसी वर्ष दो नई कारें लॉन्च करने का लक्ष्य रखा है। कार्यक्रम के दौरान एमजी मोटर ने अपनी एक नई पेशकश ‘एमजी साइबरस्टर’ को पेश किया। यह स्पोर्ट्स लग्जरी कार सेगमेंट में कंपनी की प्रीमियम पेशकश है।
ईवी के मामले में भारत दुनिया की बराबरी करेगाः सज्जन जिंदल इस मौके पर जेएसडब्ल्यू समूह के चेयरमैन सज्जन जिंदल ने कहा कि नब्बे के दशक में मारुति नई कारें लेकर आई और अब उनके पास बाजार में 50 फीसदी की हिस्सेदारी है। एमजी और जेएसडब्ल्यू मिलकर नवीन ऊर्जा वाहन (एनईवी) श्रेणी में ‘मारुति मोमेंट’ बना सकते हैं। तेल आयात पर भारत की निर्भरता कम करने के लिए नए ऊर्जा वाहनों पर ध्यान देना महत्वपूर्ण है।
इलेक्ट्रिक वाहनों (Electric Vehicle)पर साझेदारी की संभावना तलाशेंगी निसान और होंडा