20 से अधिक मंत्रियों और सीईओ ने भारत समेत विभिन्न देशों से विश्व आर्थिक मंच के एक गठबंधन में शामिल होकर स्वच्छ ऊर्जा ट्रांजिशन के लिए 2.2-2.8 ट्रिलियन अमरीकी डॉलर जुटाने का प्रयास किया।

विश्व आर्थिक मंच ने बताया कि गठबंधन से विकसित अर्थव्यवस्थाओं को स्वच्छ ऊर्जा जरूरतों के बारे में जागरूक करने, सर्वोत्तम प्रथाओं को साझा करने और ऊर्जा संक्रमणों को स्थायी रूप से गति देने के लिए प्लेटफॉर्म प्रदान करेगा।
स्वच्छ ऊर्जा निवेश के लिए वैश्विक दक्षिण नेटवर्क में 20 से अधिक सीईओ और सरकारी मंत्री शामिल हैं, जैसे कि कोलंबिया, मिस्र, भारत, जापान, मलेशिया, मोरक्को, नामीबिया, नाइजीरिया, नॉर्वे, केन्या और दक्षिण अफ्रीका।
एक नई रिपोर्ट के अनुसार, विश्वास का निर्माण के लिए ‘न्यायसंगत और समावेशी ऊर्जा संक्रमण के जरिए’, विकासशील अर्थव्यवस्थाओं में स्वच्छ ऊर्जा निवेश का पांचवां हिस्सा बढ़ाने के लिए मजबूत सहयोग की आवश्यकता है।
वैश्विक दक्षिण में स्वच्छ ऊर्जा में 2030 तक 2.2-2.8 ट्रिलियन डॉलर तक पहुंचने की आवश्यकता है, जो की 770 अरब डॉलर से तीन गुना बढ़कर है। रिपोर्ट में बताया गया है कि भारत ने रिन्यूएबल एनर्जी में विस्तार किया है और क्लीन हाइड्रोजन में प्रगति की है।
विश्व आर्थिक मंच ने कहा कि इन टेक्नोलॉजी से जुड़ी अनिश्चितताओं को कम करने, उनके व्यापक अपनाने को सुविधाजनक बनाने, आगे इनोवेशन को बढ़ावा देने के लिए, अंतरराष्ट्रीय सहयोग को मजबूत करना और समाधानों को स्थानीय संदर्भों और प्राथमिकताओं के अनुकूल बनाना अनिवार्य है।

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