Google मानचित्र ट्रैफ़िक का पता लगाने के लिए कई तरीकों का उपयोग करता है, जिन्हें तीन मुख्य श्रेणियों में विभाजित किया जा सकता है:

1. उपयोगकर्ता डेटा:
- डिवाइस की गति: जब आप Google मानचित्र का उपयोग करते हुए गाड़ी चला रहे होते हैं, तो आपका फ़ोन Google को डेटा भेजता है। Google इस डेटा का उपयोग यह अनुमान लगाने के लिए करता है कि आप कितनी तेज़ी से चल रहे हैं, और यदि आप सामान्य से धीमी गति से चल रहे हैं, तो यह संभावना है कि आप ट्रैफ़िक में फंस गए हैं।
- एग्रीगेट स्थान डेटा: Google मानचित्र उन सभी उपयोगकर्ताओं के स्थान डेटा को एकत्र करता है जो ऐप का उपयोग कर रहे हैं। इस डेटा का उपयोग यह अनुमान लगाने के लिए किया जाता है कि सड़कों पर कितनी कारें हैं और वे कितनी तेज़ी से चल रही हैं।

2. ऐतिहासिक ट्रैफ़िक पैटर्न:
Google मानचित्र पिछले ट्रैफ़िक डेटा का विश्लेषण करके भविष्यवाणी करता है कि भविष्य में ट्रैफ़िक कैसा रहेगा। उदाहरण के लिए, यह जान सकता है कि विशिष्ट सड़कों पर विशिष्ट समय पर आमतौर पर भारी ट्रैफ़िक होता है।
3. अन्य स्रोत:
- सरकारी एजेंसियां: Google मानचित्र सड़क बंद होने और देरी के बारे में जानकारी प्राप्त करने के लिए सरकारी एजेंसियों के साथ भागीदारी करता है।
- वेब डेटा: Google मानचित्र वेब डेटा का उपयोग यह अनुमान लगाने के लिए कर सकता है कि सड़कों पर ट्रैफ़िक कैसा है, जैसे कि ट्रैफ़िक कैमरों से छवियां या सोशल मीडिया पर लोगों के पोस्ट।
इन सभी स्रोतों से डेटा का उपयोग करके, Google मानचित्र सड़कों पर वास्तविक समय में ट्रैफ़िक की स्थिति का एक व्यापक चित्र बना सकता है। यह जानकारी तब ड्राइवरों को यह दिखाने के लिए उपयोग की जाती है कि कौन से रास्ते सबसे तेज़ हैं और किन रास्तों से बचा जाना चाहिए।
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