I.N.D.I.A. : 2024 के उत्तर प्रदेश लोकसभा चुनाव के संदर्भ में, सभी की दृष्टि उत्तर प्रदेश की राजनीति पर है। बहुजन समाज पार्टी की INDIA अलायंस में शामिल होने की संभावना पर मायावती का दृष्टिकोण अभी अनिश्चित है, और यह देखने को रहता है कि क्या उनका फैसला लचीला होगा या नहीं। हालांकि, उन्होंने पहले ही घोषणा की है कि वह NDA और INDIA गठबंधन का हिस्सा नहीं बनेंगी और यूपी में अकेले चुनाव लड़ेंगी, लेकिन इस मामले में उनका अंतिम निर्णय उनके जन्मदिन पर हो सकता है।
जानकारी के अनुसार, 15 जनवरी को मायावती 11 बजे प्रेस कॉन्फ्रेंस करेंगी, जिसमें वह लोकसभा चुनाव में किसी से गठबंधन करेंगी या नहीं, उसका एलान करेंगी। इसी दिन, बसपा 75 जिलों में सभी छोटी सभाएं भी करेगी, जिनमें मायावती ने केक काटने के बजाय गरीबों के बीच कम्बल और मिष्ठान वितरण का कार्य करने का निर्णय लिया है। इसके बाद, 26 जनवरी के आसपास, मायावती दिल्ली में लोकसभा चुनाव के मुद्दे पर पूरे देश के पदाधिकारियों के साथ एक बैठक करेंगी।
कांग्रेस और सपा में रार पर है, क्योंकि कांग्रेस चाहती है कि बसपा INDIA अलायंस में शामिल हो, जबकि समाजवादी पार्टी और कांग्रेस के बीच बसपा के अलायंस में एंट्री पर तकरार है। अखिलेश यादव ने सपा की प्रमुखता पर आसरा दिखाया है, और सपा ने 2019 के चुनाव में बसपा के साथ गठबंधन किया था, लेकिन उस समय का परिणाम सपा के लिए सफल नहीं रहा। सपा का दावा है कि बसपा वोट ट्रांसफर नहीं कर पाती है।