डॉ. स्मृति हिंडारिया चेतावनी देती हैं कि शारीरिक थकावट, कम उत्पादकता और संज्ञानात्मक क्षमताएं अक्सर पर्याप्त वजन घटाने से जुड़ी होती हैं, साथ ही लगातार असुविधा भी होती है जो किसी के मूड को भी प्रभावित कर सकती है।
जनवरी और फिटनेस का लक्ष्य: क्रैश डाइट से बचें, सेहतमंद रहें!
नया साल, नए लक्ष्य! हर साल जनवरी में हम सब स्वस्थ रहने, अच्छी दिखने और फिट होने का प्रण लेते हैं। खासकर युवाओं के लिए तो वजन कम करना और डाइटिंग करना अहम लक्ष्य बन जाता है।

लेकिन जल्दी वजन कम करने का सबसे आसान तरीका माना जाता है क्रैश डाइट। पर ये कितना नुकसानदेह है, ये कम ही लोग जानते हैं।
तो आखिर क्या है क्रैश डाइट?
जब आप शरीर को जितनी कैलोरी चाहिए उससे कम खाते हैं, तो आप मानो शरीर को झटका देते हैं, जिसे क्रैश डाइट कहते हैं। इससे वजन तो भले ही जल्दी कम हो जाए, लेकिन इसके दूरगामी खतरे हो सकते हैं।
इसलिए याद रखें, स्वस्थ रहने के लिए संतुलित आहार और नियमित व्यायाम जरूरी है। न शॉर्टकट अपनाएं, न ही अपने शरीर को नुकसान पहुंचाएं।
क्रैश डाइट: जल्दी वजन कम करना, सेहत को नुकसान!
जल्दी वजन कम करने के चक्कर में क्रैश डाइट अपनाते हैं? सावधान! इससे न सिर्फ आप कमज़ोर पड़ते हैं, बल्कि दिल को भी खतरा हो सकता है।

- बेकार दिल की धड़कन: शरीर को जरूरी पोषण नहीं मिलने से दिल की धड़कन अनियमित हो सकती है।
- कमज़ोर दिल की मांसपेशियां: पोषण की कमी से दिल की मांसपेशियां कमज़ोर पड़ जाती हैं, जिससे दिल को और दिक्कतें हो सकती हैं।
- मांसपेशियां कम, वज़न घटा: वजन कम होता है, लेकिन साथ ही मांसपेशियां भी कम हो जाती हैं। इससे आप थकान महसूस करते हैं और रोज़मर्रा के काम करना मुश्किल हो जाता है।
- मनोबल गिरावट: पोषण की कमी और कमज़ोरी की वजह से आपका मनोबल गिर सकता है और मूड खराब रह सकता है।
कैसे?
शरीर का संतुलन बिगड़े, तो बीमारियां घेर लेंगी!
शरीर में इलेक्ट्रोलाइट्स नामक जरूरी तत्वों का संतुलन बिगड़ जाए, तो दौरे, अनियमित दिल की धड़कन जैसी गंभीर समस्याएं हो सकती हैं। ये तत्व शरीर के कामकाज के लिए बहुत ज़रूरी हैं।

जल्दी वजन कम करने के चक्कर में शरीर को ज़रूरी पोषण न मिले, तो भी दिक्कतें होती हैं। शरीर को मजबूत बनाने वाले कैल्शियम और विटामिन डी जैसे पोषक तत्वों की कमी हो सकती है। इससे कमज़ोरी, खून की कमी जैसी बीमारियां हो सकती हैं।
कभी-कभी पित्त की थैली में पथरी भी बन जाती है, जिससे पेट में दर्द और अपच जैसी समस्याएं हो सकती हैं। ऐसा तब होता है, जब खाने की कमी की वजह से पित्त का रस ठीक से नहीं निकल पाता।
जल्दी वजन घटाने के नुकसान: पाचन, एनर्जी और मूड पर असर!
- पाचन बिगड़ना: कम खाना या बहुत कम कैलोरी लेना पित्त की पथरी का कारण बन सकता है, जिससे पेट में दर्द और अपच की समस्या हो सकती है।
- एनर्जी कम होना: बहुत कम या बहुत ज्यादा कैलोरी का सेवन करने से शरीर में एनर्जी का स्तर कम हो जाता है, जिससे आप थकान महसूस करते हैं और काम-काज करना मुश्किल हो जाता है।
- शरीर कमज़ोर होना: जल्दी वजन कम करने से वसा के साथ-साथ मांसपेशियां भी कम हो जाती हैं, जिससे शरीर कमज़ोर हो जाता है। दिमाग और शरीर दोनों कमजोर पड़ने से काम करने की क्षमता और सोचने-समझने की शक्ति कम हो सकती है।

मन खराब होना: पोषण की कमी और कमज़ोरी की वजह से कई बार आपका मन उदास रह सकता है और मूड भी खराब हो सकता है।
महत्वपूर्ण सूचना:
यह जानकारी सिर्फ आपके ज्ञान के लिए दी गई है, इसे डॉक्टर की सलाह के तौर पर न समझें। अपने स्वास्थ्य या किसी बीमारी के बारे में सवाल होने पर हमेशा डॉक्टर या किसी योग्य स्वास्थ्यकर्मी की सलाह लें। इस जानकारी के आधार पर डॉक्टरी सलाह को कभी भी नजरअंदाज न करें और न ही इलाज में देरी करें।