भारत का पहला स्वतंत्रता-पश्चात संग्रहालय, जिसे राष्ट्रीय संग्रहालय के नाम से जाना जाता है, जल्द ही बंद हो सकता है। इसे ध्वस्त करने की योजना बनाई गई है। इस दुखद खबर से पहले एक फोटोग्राफर ने इस ऐतिहासिक इमारत की तस्वीरें ली हैं।
![राष्ट्रीय संग्रहालय: एक विरासत जिसे याद किया जाएगा 2 National Museum of India New Delhi 1](https://aajorkal.com/new/wp-content/uploads/2024/02/National-Museum-of-India-New-Delhi-1-1024x572.webp)
1955 में, प्रधानमंत्री जवाहरलाल नेहरू ने दिल्ली में राष्ट्रीय संग्रहालय की आधारशिला रखी थी। 1960 में इसका उद्घाटन हुआ। इस संग्रहालय को केन्द्रीय लोक निर्माण विभाग के पहले भारतीय मुख्य वास्तुकार जी.बी. देवलीलकर ने डिजाइन किया था और स्वतंत्रता से पहले लुटियन की कई इमारतें बनाने वाले सोभा सिंह के बेटे भागवंत सिंह ने इसका निर्माण किया था। भारत से बाहर की पहली निदेशक अमेरिकी ग्रेस मॉर्ले थीं, जो सैन फ्रांसिस्को म्यूजियम ऑफ मॉडर्न आर्ट की पूर्व निदेशक थीं।
![राष्ट्रीय संग्रहालय: एक विरासत जिसे याद किया जाएगा 3 Farbound.Net interior of National Museum Delhi New Delhi India](https://aajorkal.com/new/wp-content/uploads/2024/02/Farbound.Net-interior-of-National-Museum-Delhi-New-Delhi-India-1024x768.webp)
आजादी के बाद भारतीयों द्वारा बनाया गया यह पहला संग्रहालय था। ये उस जमाने को दर्शाता है, जब भारत को अभी-अभी आज़ादी मिली थी और देश के आदर्शवादी माहौल में अपनी सांस्कृतिक विरासत को सहेजने पर ज़ोर दिया जा रहा था। हालांकि, उस वक्त संसाधन कम थे, फिर भी ये सरकारी इमारतों में सबसे ज़्यादा खर्चीली इमारतों में से एक थी।